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Showing posts from March, 2020

Point of sale in TallyPrime

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Point of sale in TallyPrime Point of sale in TallyPrime पोस्ट में हम जानेंगे कि Point of sale (POS) क्या है। Point of sale के advantages क्या हैं, POS invoice को टैली प्राइम में रिकॉर्ड कैसे करते हैं और payment के multiple mode में POS invoice को कैसे रिकॉर्ड करते हैं। Point of sale एक बिलिंग प्रक्रिया है। रिटेल शॉप में use होने वाले अलग अलग POS है जैसे cash register, card reader, bar-code scanner etc. POS invoice को single या multiple payment modes में रिकॉर्ड किया जा सकता है। टैली प्राइम में POS को प्रिन्ट कर सकते हैं। रिपोर्ट में POS के लेनदेन की list देख सकते हैं। टैली प्राइम में configure में POS को activate करना होता है। Point of sale के advantage - Sale को calculate करने में मदद मिलती है। Cash को manage करने में मदद मिलती है। Inventory को manage करने में मदद मिलती है। Bar-code scan करने में मदद मिलती है। Inventory और sales database की query को लचीला और सरल तरीका प्रदान करने में मदद मिलती है। Product movement को track करने में मदद मिलती है। Sale date और time को track करने और...

GST Composition and Regular Scheme in Hindi

GST COMPOSITION SCHEME 1.  RETURN :-                2.  TAX :-                    3. INVOICE      1.  ONLY ONE                1. FIX RATE               1.  NO NEED      2.  IN 3 MONTHS           2.  LUM SUM             2.  NO RECORD फर्म को GST में 2 तरह से रजिस्टर्ड करते हैं :- 1.  Composition  2.  Regular  कम्पोजीशन और रेगुलर स्कीम में अंतर :- 1.  Composition   - फर्म की एक साल में sale 1.5 करोड़ से कम है तो फर्म को composition स्कीम में        रजिस्टर्ड करवा सकते हैं।        Regular - फर्म की एक साल में sale 1.5 करोड़ से ज्यादा है तो फर्म को regular में रजिस्टर्ड करवाना        जरुरी ...

GST Registration - Documents & Structure in Hindi

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GOODS & SERVICE TAX  भारत में GST 1 July 2017 में भारत सरकार द्वारा लागू किया गया।  उससे पहले VAT (Value Added Tax) था। GST - Goods (माल) & Service (सेवा) Tax (कर) सरकार द्वारा किसी भी प्रकार के माल या सेवा पर लगाया गया कर GST (Goods & Service) Tax कहलाता है। सरकार के नियमों के अनुसार जिनका एक साल में माल का टर्नओवर 40 लाख से ज्यादा है मतलब एक साल में 40 लाख से ज्यादा का माल बेचा है उनको GST में रजिस्ट्रेशन करवाना जरुरी है।  सरकार के नियमों के अनुसार जिनका एक साल में सेवा का टर्नओवर 20 लाख से ज्यादा है मतलब एक साल में २० लाख से ज्यादा की सेवा (Service) दी है उनको GST में रजिस्ट्रेशन करवाना जरुरी है।  जिनके माल का टर्नओवर 40 लाख से कम है और सेवा का टर्नओवर 20 लाख से कम है वह भी अपनी फर्म को GST में रेजिस्टर्ड करवा सकतें हैं। उसके बाद उनको लेन देन का पूरा हिसाब रखना होता है।  GST Registration के लिए नीचे दिए गए Document की जरुरत होती है :- 1.  Pan Card of Applicant 2.  Aadhar Card of Applicant 3....

About GST in Hindi

About GST Goods and Services Tax (GST) एक व्यापक, (comprehensive ), बहु - स्तरीय , (multi -level ),  गंतव्य - आधारित (destination -based ) value -added tax है।  GST का भुगतान उपभोग्ताओ द्वारा किया जाता है , यह माल और सेवाओं को बेचने वाले व्यवसायों द्वारा सरकार को प्रेषित किया जाता है।  वास्तव में , GST Indirect Tax सरकार के लिए राजस्व प्रदान करता है।  Goods and Service Tax Act 29 मार्च 2017 को संसद में पारित किया गया था।  यह अधिनियम 1 जुलाई 2017 को लागू  हुआ।  यह एक Indirect Tax है जिसने भारत में कई Indirect Taxed को बदल दिया है।  भारत ने कनाडा के दोहरे GST मॉडल को चुना है।  केवल कुछ देशों , जैसे कि भारत, कनाडा और ब्राजील में दोहरी GST संरचना है।  GST को अपनाने का विचार सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने वर्ष 2000 में दिया था। 2006 -2007 के बजट के दौरान 2006 फरवरी में केंद्रीय मंत्री द्वारा GSTकी पहली घोषणा की गई थी कि इसे 1 अप्रैल , 2010 को पेश किया जाएगा।  GST Registration के आवेदन करने के लिए PAN अनिवार्य ...