Journal voucher, Debit & Credit Note in tally.erp9 in Hindi
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Journal Voucher, Debit & Credit Note in Tally
Journal voucher, Debit & Credit Note in tally.erp9 in Hindi post में हम journal voucher में entry कब और कैसे करते हैं और debit & credit note कब और कैसे बनाते हैं बताया गया है।
अभी तक हमने कई तरह voucher के जैसे contra, payment, receipt, purchase & sales voucher में entry करना देखा। इस post में हम journal voucher, debit & credit note की entry देखेंगे।
Journal voucher - दो accounts के बीच amount को adjust करने के लिए journal voucher का उपयोग किया जाता है। जो entry किसी voucher में न जाये उसको हम journal voucher में करते हैं। journal voucher में Tax, TDS calculation भी की जाती है। Journal voucher की shortcut के F7 है।
Tally.erp9 में accounting vouchers में entry करने के लिए जरुरी documents की आवश्यकता होती है। जैसे - Purchase के लिए Purchase bill, Sale के लिए Sale bill. Journal voucher में किसी document की जरुरत नहीं होती है।
किसी party के account को write off करने के लिए journal entry की जाती है। year end में company के कुछ accounts का balance 10/, 20/ or 50/- है और यह amount मिलना नहीं है तो account write off करने के लिए journal entry की जाती है।
Company के कुछ debtor दिवालिया हो जाते हैं और company का बकाया amount डूब जाता है। ऐसे में Bad debts की entry की जाती है। यह entry journal voucher में की जाती है।
Company की assets का yearly depreciation होता है। Depreciation की entry journal voucher में की जाती है।
Journal voucher में entry करने के लिए हम एक example लेते हैं -
Example - Shree Honda से एक car 400000/- में उधार ली।
कार हमने purchase की है लेकिन इसकी entry purchase voucher में नहीं करेंगे क्योंकि car assets के रूप में purchase की है। Car का sale / purchase का हमारा business नहीं है। Car उधार में ली है इसलिए payment voucher में भी entry नहीं करेंगे। इसकी entry journal voucher में होगी।
Entry करने के लिए जिन ledgers की जरुरत है वह हैं - shree honda और car. Tally.erp9 में ledger कैसे create करते हैं यह देखने के लिए - How to create, alter delete ledgers in tally.erjp9 post देखे। नीचे दिए गए link पर click करें।
How to Create, Alter and Delete Ledgers in Tally.ERP9 in Hindi
Create Shree Honda ledger -
Ledger creation window open होगी उसमे detail fill करेंगे।
Name - Shree Honda
Under - Current liabilities (जब हम goods sale purchase करते हैं तो sundry debtors और sundry creditors select करते हैं लेकिन यहाँ car assets के रूप में ली है इसलिए shree honda creditors नहीं है यहाँ current liabilities select करेंगे।
Accept करके save करेंगे।
Create car ledger -
Ledger creation window में detail fill करेंगे।
Name - Car
Under - Fixed Assets
Accept करके save करेंगे।
Entry करने के लिए accounting voucher select करके F7 press करेंगे।
Accept करके save करेंगे।
Debit & credit note
Debit & credit note बनाने के लिए F11 feature में use debit and credit note -
Record credit note in invoice mode - YES
Record debit note in invoice mode - YES करना होता है।
Enter करते हुए save करेंगे।
Debit note - माल purchase करने के बाद में किसी कारण से उस माल में से कुछ या पूरा वापस देना पड़े तो वापस दिए माल के साथ एक Memo भेजना होता है। इस memo में माल वापसी की detail होती है। इसी Memo को Debit Note कहते हैं।
Debit Note जारी करने की condition -
- Original Price से ज्यादा rate bill में होने पर Additional amount को adjust करने के लिए Debit Note बनाया जाता है।
- Purchase किये माल में से कुछ या पूरा return किया हो तो return माल के price के बराबर amount को adjust करने के लिए Debit Note बनाया जाता है।
- जिससे माल purchase किया है वह अगर return होने वाले माल पर discount देता है तो भी Debit Note बनाया जाता है।
10 laptop में से 2 laptop सही नहीं थे। 2 laptop को return करने के लिए debit note इस तरह से बनेगा।
Gateway of tally में accounting voucher में enter करेंगे फिर debit note के लिए CTRL + F9 press करेंगे। Detail fill करेंगे -
Original invoice no - माल purchase करते समय जो invoice no. था वह यहाँ लिखेंगे।
Party name - ABC Enterprises
Purchase ledger - Purchase GST
Return Goods की detail fill करेंगे।
Enter करके save करेंगे।
Credit Note - Debit Note की तरह ही Credit Note बनाया जाता है। Debit Note purchase पर और Credit Note sale पर बनता है। Sale किये गए माल को किसी कारण से उसका कुछ हिस्सा या पूरा माल वापस लेना होता है तो Credit Note बनाया जाता है।
Credit Note जारी करने की condition -
- Original Price से ज्यादा rate bill में होने पर Additional amount को adjust करने के लिए Credit Note बनाया जाता है।
- Sale किये माल में से कुछ या पूरा return हो तो return माल के price के बराबर amount को adjust करने के लिए Credit Note बनाया जाता है।
- Sale किये माल पर discount देने पर Credit Note बनाया जाता है।
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